एक दिन आपको सीने से लगायेंगे जरुर, अपना हाल-ए-दिल होठो से सुनायेंगे जरुर,
इतने दिन बीत गये आपको हमसे रुठे, वक्त आने तो दो आपको मनायेगें जरुर,
आपको क्या है खबर दिल में कितनी चाहत है अपनी सारी वफा धड़कन से बतायेगें जरुर,
मेरी इस बेरुखी से हिम्मत ना आप हारा करिये हम तो बस आपके है ये यकीं दिलायेगें जरुर,
आपका रुठना जायज है ये मानता है दिल, अर्जीयाँ आपसे माफी की लगायेगें ज़रूर,
आप गैरो से यूँ ताल्लुक ना बढाया करिये कुछ दिनो बाद ही सही लौट के आयेगें जरुर,
मेरी मजबूरियों से मुझको बेवफा ना कहो, आपसे इश्क का हर फर्ज निभायेगें जरुर!!
No comments:
Post a Comment